-17 मार्च की रात को नागपुर में दंगे भड़क उठे
नागपुर। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने नागपुर में हुए दंगों के बाद समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद पत्रकारों से बोलते हुए फडणवीस ने आगे की कार्रवाई के लिए अपनी योजना की रूपरेखा बताई। महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त संपत्तियों के लिए अगले कुछ दिनों में मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही यह पैसा संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वालों से वसूला जाएगा। सीएम फडणवीस ने कहा कि अगर वे भुगतान नहीं करेंगे तो उनकी संपत्तियां बेच दी जाएंगी।
92 लोग गिरफ्तार, 12 नाबालिग
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि इस घटना के बहुत सारे सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध हैं। लोगों द्वारा अपने मोबाइल फोन पर लिए गए फुटेज के साथ-साथ पत्रकारों द्वारा पुलिस को दिए गए फुटेज भी मौजूद हैं। पुलिस ने ऐसे फुटेज में दिखने वाले दंगाइयों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 104 लोगों की पहचान कर ली गई है। 92 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। और चूंकि 12 लोग 18 वर्ष से कम उम्र के हैं, इसलिए उनके खिलाफ कानून के तहत जो भी कार्रवाई की जा सकती थी, वह की गई है।
भड़काऊ पोस्ट करने वालों को बनाया जाएगा सह-आरोपी
मुख्यमंत्री फडणवीस ने चेतावनी देते हुए कहा कि दंगाईयों के पहचान का काम अभी भी जारी है। पुलिस की मानसिकता है कि जो भी दंगा करता हुआ या दंगाइयों की मदद करता हुआ दिखाई देगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही सोशल मीडिया की जांच करके, जिन लोगों ने इस घटना को भड़काने के लिए पोस्ट किया है, उन सभी को दंगाइयों के साथ सह-आरोपी बनाया जाएगा। क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से इस दंगे को भड़काने में मदद की है।
दंगाइयों की संपत्ति बेचकर पैसा वसूलेंगे- फडणवीस
जिन लोगों का नुकसान हुआ है। उनकी कुछ गाडिय़ाँ तोड़ दी गई हैं। उन सभी को मुआवज़ा दिया जाएगा। अब जो भी नुकसान हुआ है। वह सारा नुकसान दंगाइयों से वसूला जाएगा। उसका पूरा खर्च वसूला जाएगा। अगर दंगाई पैसे नहीं देते हैं, तो उनकी संपत्ति बेच दी जाएगी। इस तरह से नागपुर या महाराष्ट्र में कहीं भी ये चीज़ें बर्दाश्त नहीं की जाएँगी।