-राहुल गांधी ने बार-बार आरोप लगाया है कि उन्हें बोलने नहीं दिया गया
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अक्सर सत्ताधारी पार्टी पर संसद में उन्हें बोलने नहीं देने का आरोप लगाते हैं। अब उन्होंने एक बार फिर वही आरोप लगाया है। जब भी मैं लोकसभा में बोलने के लिए खड़ा होता हूं तो मुझे बोलने नहीं दिया जाता। उन्होंने आरोप लगाया कि जब मैं बोलने के लिए खड़ा हुआ तो उन्होंने मेरे बोलने से पहले ही कार्यवाही स्थगित कर दी।
राहुल गांधी ने क्या कहा?
विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति है। लेकिन जब भी मैं बोलने के लिए खड़ा होता हूं तो मुझे इसकी इजाजत नहीं दी जाती। मुझे नहीं पता कि हॉल कैसे काम करता है। हमें वहा कहने की अनुमति नहीं है जो हम कहना चाहते हैं। मैंने कुछ नहीं किया, बस चुपचाप बैठा रहा। मुझे पिछले 7-8 दिनों से बोलने की अनुमति नहीं है। यहां विपक्ष के लिए कोई जगह नहीं है। केवल सरकार के लिए जगह है। प्रधानमंत्री ने कुंभ मेले के बारे में बात की, मैं भी बोलना चाहता था, लेकिन उन्हें इजाजत नहीं दी गई। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सदन पूरी तरह अलोकतांत्रिक तरीके से चलाया जा रहा है।
वास्तव में क्या हुआ?
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राहुल गांधी को सदन के नियमों का पालन करने की सलाह दी थी। बिरला ने कहा कि आप सभी से सदन की गरिमा और मर्यादा बनाए रखने की अपेक्षा की जाती है। सदन में ऐसी अनेक घटनाएं मेरे संज्ञान में आई हैं, जहां सदस्यगण और उनका आचरण सदन की उच्च परम्पराओं के अनुरूप नहीं रहा। इसलिए सदन की गरिमा का सम्मान करें। राहुल गांधी इस पर कुछ कहना चाहते थे, लेकिन सदन स्थगित हो गया। इसके बाद राहुल गांधी बाहर आए और आरोप लगाया कि उन्हें सदन में बोलने नहीं दिया गया।