-शिवानी का परिवार दिल्ली में रहता था और पिछले एक साल से इस शादी की चर्चा चल रही थी।
अयोध्या। अयोध्या में सुहागरात की रात दूल्हा-दुल्हन की मौत का रहस्य अभी तक नहीं सुलझ पाया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। दुल्हन शिवानी की मौत गला घोंटने से हुई, जबकि दूल्हे प्रदीप की मौत फांसी लगाने से हुई। पुलिस की शुरुआती जांच में एक बात जो सामने आ रही है, वह यह है कि प्रदीप के मोबाइल फोन पर रात में कुछ मैसेज या फोटो आए होंगे, जिससे दोनों के बीच अनबन हुई।
परिजनों के अनुसार कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, इसलिए किसी बाहरी व्यक्ति के अंदर आने की कोई संभावना नहीं थी। इसीलिए पुलिस फिलहाल यही अनुमान लगा रही है कि प्रदीप ने पहले शिवानी की गला घोंटकर हत्या की और फिर पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। एसएसपी राज करण नैय्यर शिवानी और प्रदीप के माता-पिता से अलग-अलग बात कर मामले की जांच कर रहे हैं।
शिवानी के पास मोबाइल फोन नहीं था।
शिवानी का परिवार दिल्ली में रहता था और पिछले एक साल से इस शादी की चर्चा चल रही थी। लड़की के परिवार ने अप्रैल में शादी करने की इच्छा जताई थी, लेकिन प्रदीप के परिवार ने मार्च में शादी करने पर जोर दिया, जिस पर सहमति बन गई। कहा जा रहा है कि शिवानी और प्रदीप शादी से पहले एक दूसरे से बात कर रहे थे, लेकिन एक चौंकाने वाली बात यह भी सामने आई है कि शिवानी के पास मोबाइल फोन नहीं था। अब कई लोग सोच रहे हैं कि मोबाइल फोन क्यों नहीं थे।
मृत्यु से पहले क्या हुआ?
पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात सामने आ रही है कि रात में मोबाइल पर कुछ मैसेज या फोटो आए होंगे, जिसके बाद दोनों के बीच कहासुनी हुई होगी। किसी बात पर गुस्सा होने के बाद प्रदीप ने शिवानी का मुंह दबा दिया होगा और दम घुटने से उसकी मौत हो गई। जब प्रदीप को इस बारे में पता चला तो उसने डर के मारे आत्महत्या करने का फैसला कर लिया होगा। यह सिर्फ एक पहलू है, इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है।
इस पूरी घटना के बारे में परिवार के लोग खुलकर बोलने से बच रहे हैं। विशेषकर शिवानी के पास मोबाइल फोन न होने का रहस्य अभी तक सुलझ नहीं पाया है। वहीं, पुलिस भी अभी तक कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकाल पाई है और मामले की जांच जारी है। यह घटना सभी के लिए बड़ा सदमा बनकर आई है।