चुनाव आयोग को अलविदा कहा, राजीव कुमार बोले- देश लोकतंत्र का एक चमकता प्रकाश-स्तम्भ है


नई दिल्ली। निवर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को कहा कि भारतीय चुनाव प्रणाली दुनिया की सबसे बड़ी और पारदर्शी चुनाव प्रणालियों में से एक है तथा देश लोकतंत्र का एक चमकता प्रकाश-स्तम्भ है। देश के 25वें मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री कुमार का भारतीय निर्वाचन आयोग में मंगलवार को आखिरी दिन है। उन्होंने राजधानी में आयोग के मुख्यालय पर आयोजित विदाई समारोह में कहा, भारत को लोकतांत्रिक व्यवस्था अपने गुणों के साथ दुनिया के तमाम देशों के लिए प्रेरणा का विषय है। 


हमें अपनी इस 'सॉफ्ट पावर' (इस प्रतिष्ठा की शक्ति) का फायदा उठान चाहिए। कुमार ने कहा, मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि मैं आयोग को अधिक समर्थ, प्रतिबद्ध और पेशेवर हाथों में छोड़कर विदा ले रहा हूं। उन्होंने आयोग को लेकर समय-समय पर उठाए जाने वाले सवालों का भी उल्लेख किया और कहा, एक संस्था के रूप में चुनाव आयोग पर अक्सर अनुचित आरोप लगते रहते हैं और ये आरोप लोगों की तरफ से होते हैं, जो चुनावी परिणाम को स्वीकार करने को तैयार नहीं होते हैं। उन्होंने चुनाव के बाद आयोग को निशाना बनाने की बढ़ती प्रवृत्ति को एक बड़ी चिंता का  विषय बताया और कहा कि मान लिया गया है कि इस संस्था को बड़ी आसानी से बलि का बकरा बनाया जा सकता है।


श्री कुमार एक सितंबर 2020 को चुनाव आयुक्त बनकर चुनाव आयोग में आए थे और 15 मई को उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार संभाला। वह आयोग में 4.5 साल रहे। इस दौरान, उन्होंने 31 राज्यों/ केन्द्र शासित प्रदेशों के चुनावों के साथ-साथ 2022 के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव करवाए। 2024 का लोक सभा चुनाव और राज्य सभा के नए चुनाव भी इस दौरान हुए। उन्होंने अपने विदाई भाषण में चुनाव कार्य में लगे देश भर के 1.5 करोड़ अधिकारियों और कर्मचारियों का लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिये आभार जताया।

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