राज्य सरकार ने सीबीआई को सौंपी 6 हजार करोड़ के महादेव ऐप घोटाले की जांच



- गृहमंत्री बोले- मामले की गंभीरता से होगी जांच, जो विदेश से संचालित कर रहे है उन्हें भी पकड़ेंगे

रायपुर । छत्तीसगढ़ सरकार ने 6000 करोड़ के महादेव बेटिंग ऐप घोटाले की जांच आधिकारिक तौर पर सीबीआई को सौंप दी है। ईडी ने पिछले साल जनवरी में इस पूरे मामले की जांच शुरू की थी, जिसके बाद इसका जिम्मा एसीबी और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को सौंप दिया गया था। इस साल लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले, 4 मार्च को एसीबी द्वारा दायर चार्जशीट में भूपेश बघेल को आरोपी बनाया गया था। 

भूपेश बघेल के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी से संबंधित विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 11 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप मामला तब से सुर्खियों में आया, जब ईडी ने दावा किया कि उसने एक 'कैश कूरियरÓ के ईमेल स्टेटमेंट को रिकॉर्ड किया है, जिसमें खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यूएई में स्थित ऐप प्रमोटरों से कथित तौर पर 508 करोड़ रुपये लिए थे।

फ्रेंचाइजी के रूप में बेचते थे ब्रांच

दरअसल महादेव बेटिंग ऐप कई ब्रांच से चलता था। हर ब्रांच को सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल फ्रेंचाइजी के रूप में बेचते थे। यूजर को सिर्फ  शुरुआत में फायदा और बाद में नुकसान होता था। फायदे का 80 प्रतिशत हिस्सा दोनों अपने पास रखते थे। सट्टेबाजी ऐप रैकेट एक ऐसी मशीन की तरह काम करता है, जिसमें एल्गोरिदम यह तय करता है कि ऐप में अपना पैसा लगाने वाले केवल 30 प्रतिशत ग्राहक ही जीतें।

 तीसरा केस गया सीबीआई के पास

9 महीने पहले बनी भाजपा की सरकार ने ये तीसरा केस सीबीआई को दिया है। इससे पहले बिरनपुर और सीजी पीएससी स्कैम को भी सीबीआई को दिया जा चुका है। अब तक इस केस की जांच ईडी कर रही थी। ईडी ने बताया है कि इस केस में कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके नेता, प्रदेश के कुछ पुलिस अफसर, बड़े प्रॉपर्टी डीलर शामिल रहे हैं। ईडी करीब 16 महीने से महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। ईडी, ईओडब्ल्यू के अलावा महादेव ऐप केस में सेबी भी जांच कर रही है। ईडी की चार्जशीट में खुलासा हुआ कि महादेव सट्टा ऐप प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और शुभम सोनी ने सट्टेबाजी की काली कमाई को सफेद करने शेयर मार्केट में 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया है। इसी की जांच भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड कर रही है।

ऐप को फ्रेंचाइजी के तौर पर चलाया जाता था

महादेव बेटिंग ऐप को कई ब्रांच से चलाया जाता था। छत्तीसगढ़ के भिलाई निवासी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक ऐप के मुख्य प्रमोटर हैं। वे दुबई से अपनी गतिविधियों का संचालन करते थे। सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल हर ब्रांच को फ्रेंचाइजी के तौर पर बेचते थे।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

Recent in Sports