जमीन दलालों की ऐसी हिमाकत कि ताला तोड़कर निजी भूमि पर कब्जे का प्रयास किया
रायपुर जमीन कारोबारियों की मनमानी, गुंडागर्दी, धमकी, वास्तविक मालिकों से ज्यादती के साथ किसी की भी जमीन पर कब्जा कर लेना राजधानी रायपुर में आम बात हो गई है। इनकी बदमाशी इतनी बढ़ गई है कि जमीन, मकान पर कब्जा कर मालिकों को सीधे-सीधे धमकाने लगे हैं। जहां भी किसी के स्वामित्व की खाली जमीन हो या बंद पड़े मकान उसके रिकार्ड में कूटरचना कर किसी को भी कई बार जमीन बेच दे रहे हैं।
ऐसा यहां दर्जनों मामले हैं। मामला निबटान के लिए पुलिस, पटवारी, तहसीलदार के पास वास्तविक मालिक चक्कर लगा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला रायपुर में फिर सामने आया है, जहां भू-माफियाओं के हौसले ने शासन-प्रशासन को चुनौती दे दी है। बदमाशों ने नई सरकार के प्रशासनिक कसावट के सामने सीधे तौर पर जो करना है कर लो.. वाली हरकत की है। ऐसे बदमाशों पर अगर समय पर लगाम नहीं लगाया गया तो आगे इनके हौसले और बुलंद हो जाएंगे और राज्य सरकार की बदनामी होगी।
ताजा मामला पुरानी बस्ती के महामाया मंदिर के पास का है, जहां कुछ भू-माफियाओं ने बलपूर्वक निजी भूमि पर कब्ज़ा जमाने की कोशिश की है।
यही नहीं उन्होंने भूमि स्वामी को फोन पर लगातार धमकी भी दी है। मामले में बताया गया कि कूट रचित दास्तावेजों की सहायता से आरोपियों ने पीडि़त की सालों पुरानी स्वामित्व वाली कब्जे की जमीन को अपनी बताकर वहां कब्जा ज़माने की कोशिश की है। पुलिस से शिकायत के बाद फिलहाल मामला शांत हुआ है, लेकिन ख़त्म नहीं हुआ है।
भू-माफिया सालों से काबिज मालिक को देने लगे धमकी
मामले में मिली जानकारी अनुसार यह जमीन (दानी बाड़ा) देवपुरी निवासी शशिकांत दानी की पैतृक संपत्ति है, जिसका सालों पुराना वास्तविक कागजात उनके पास है। पर अचानक से 18 मई को दिनेश रात्रे ने फोन करके उन्हें कहा कि उक्त जमीन उनकी है, उनके पास इसके कागज भी हैं। उसने शशिकांत दानी से कहा कि आप अपने कागज दिखाओ वर्ना हम इस जमीन पर कब्जा कर लेंगे। इसके बाद 19 मई को अमित शेरवानी ने भी फोन पर यही बात कही। उसने कहा कि उनके पास जमीन का पूरा रिकॉर्ड है। इसके बाद वे लगातार वास्तविक मालिक दानी को धमकी देने लगे।