प्राथमिक स्कूल को बनाया अस्थायी कैंप, बहरमुड़ा में उल्टी-दस्त की रोकथाम के लिए



0ग्रामीणों ने कलेक्टर से सचिव की शिकायत की

जिपं सीईओ को सभी पहलुओं की जांच के निर्देश दिए


कवर्धा ।  कवर्धा विकासखण्ड के ग्राम बरहमुड़ा में उल्टी-दस्त से प्रभावित ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुधार की जानकारी लेने पहुंचे। उन्होने ग्राम बहरमुड़ा में उल्टी-दस्त को प्रभावित रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग,लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने इन विभागों को ग्राम सहित आसपास के गांवों में भी कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम बहरमुड़ा के प्राथमिक स्कूल में बनाए गए अस्थायी स्वास्थ्य कैंप का भी अवलोकन किया और वहां उपचार के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने अस्थायी कैपं में तैनात चिकित्सकों  एवं स्वास्थ्य अमलों से उल्टी-दस्त से प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य सुधार के बारे में पूरी जानकारी ली। कलेक्टर से ग्राम बहरमुड़ा के ग्रामीणों ने ग्राम सचिव की बेहद और गंभीर शिकायत की। कलेक्टर ने ग्राम सचिव के विरूद्ध़ मिली शिकायत की जांच करने के लिए जिला पंचायत सीईओ को शिकायतों की सभी पहलुओं की जांच करने के निर्देश दिए है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएल राज ने बताया कि ग्राम बहरमुड़ा में 21 जून को उल्टी दस्त से 10 मरीज, 22 जून को 18 मरीज और 23 जून को 2 मरीज कुल 30 लोगों का अस्थायी स्वास्थ्य कैंप में बेहतर उपचार किया गया और प्राथमिक उपचार के बाद सभी को सकुशल छुट्टी दी गई। वर्तमान में उल्टी-दस्त से कोई गंभीर पीडित नहीं है। कलेक्टर श्री महोबे ने ग्राम के सभी घरों में स्वास्थ्य अमला भेज कर सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कराने और उल्टी-दस्त के प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उनहोने अस्थायी कैंप में 24 घंटे चिकित्सक सहित स्वास्थ्य अमलों को अलर्ट रहने के सख्त निर्देश दिए है।कलेक्टर ने उपस्वास्थ्य केन्द्र बुटकुली, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र इंदौरी और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिपरिया में भी उल्टी-दस्त एवं मौसमी बीमारियों के प्रभावी रोकथाम के लिए सभी आवश्यक तैयारियों सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर श्री महोबे ने ग्राम बहरमुड़ा के सभी शासकीय एवं निजी जल स्त्रोंतों को जल परीक्षण कराने के लिए पीएचई विभाग को निर्देश दिए। साथ ही सभी जल स्त्रोंतों को क्लोरिनेशन कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर के निर्देश पर ग्राम के 9 हैण्डपंप का जल परीक्षण का सैम्पल लिया गया है। और ग्राम के 16 स्त्रोतों को क्लोरिनेशन किया गया है।

पीएचई एसडीओ डीएस राजूपत ने बताया कि ग्राम बहरमुड़ा की कुल आबादी 2081 हैं तथा परिवारों की संख्या 463 है। ग्राम में पेयजल आपूर्ति के लिए 16 जल स्त्रोत है, जिसमें 6 पाउर पंप, एक सोलर पंप और 9 हैण्ड पंप है। इसके अलावा ग्राम में निजी बोर जल स्त्रोत कुल 33 जल स्त्रोत हैं। कलेक्टर के निर्देश पर जल स्त्रोतों को क्लोरिनेशन का काम किया जा रहा है। पानी टंकी का भी क्लोरिनेशन किया गया है। सभी 33 जल स्त्रोंतो का परीक्षण के लिए सैम्पल लिए गए है, जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

Recent in Sports