रांची। ओडिशा की राजनीति में 9 जून को एक और बड़ा अपजेट सामने आया है। दरअसल ओडिशा का विधानसभा चुनाव हारने के बाद बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक को एक और बड़ा झटका लगा है. नवीन के करीबी और पार्टी के अहम नेता वीके पांडियन ने राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया है. उनके इस ऐलान के बाद ओडिशा की राजनीति में नया मोड़ सामने आ गया है. खास तौर पर बीजेडी को अब नए नेतृत्व की तलाश करना होगा. वीके पांडियन ने यह घोषणा उस वक्त की है जब लोकसभा और विधानसभा चुनावों में बीजेडी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. ये उनके तकरीबन ढाई दशक के राजनीतिक करियर में एक अभूतपूर्व घटना है।
बीजेडी की हार और पांडियन का सन्यास
लोकसभा चुनावों में बीजेडी की करारी हार और ओडिशा विधानसभा चुनाव में भी निराशाजनक प्रदर्शन के बाद वीके पांडियन ने बड़े ही भावुक अंदाज में राजनीति छोडऩे का ऐलान किया. पांडियन ने अपने वीडियो संदेश में कहा, "मेरा राजनीति में आने का मकसद केवल और केवल नवीन बाबू (पटनायक) को सहयोग करना था। अब मैंने सक्रिय राजनीति छोडऩे का फैसला किया है। उन्होंने यह भी कहा, अगर इस यात्रा में मुझसे कोई गलती हुई तो मैं उसके लिए माफी चाहता हूं। मेरे खिलाफ चलाए गए नैरेटिव अभियान से बीजेडी को चुनाव में नुकसान हुआ तो मैं इसके लिए पूरे बीजेडी परिवार से माफी चाहता हूं। बीजेडी के लाखों कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं।