इटावा। रेलवे भारत में यात्री परिवहन का सबसे बड़ा साधन है। देशभर में हर दिन हजारों ट्रेनों में लाखों यात्री आते-जाते हैं। ऐसे में इन सभी यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी रेलवे स्टाफ की है। उनकी एक गलती से हजारों यात्रियों की जान खतरे में पड़ सकती है। उत्तर प्रदेश में एक ऐसी ही चौंकाने वाली घटना घटी है। उत्तर प्रदेश में इटावा के उदी मोड़ स्टेशन पर एक स्टेशन मास्टर को ड्यूटी के दौरान नींद आ गई। ऐसे में पटना-कोटा एक्सप्रेस सिग्नल के इंतजार में स्टेशन पर खड़ी रही। इस ट्रेन का ड्राइवर सिग्नल के इंतजार में करीब आधे घंटे तक हॉर्न बजाता रहा।
इटावा का उदी मोड़ रेलवे स्टेशन आगरा मंडल के अंतर्गत आता है। उदी मोड़ एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है जहाँ से आगरा, झाँसी और प्रयागराज तक ट्रेनें भी चलती हैं। वरिष्ठ अधिकारियों ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और स्टेशन मास्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
स्टेशन मास्टर की लापरवाही से बड़ा हादसा होने की संभावना थी। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए आगरा रेलवे डिवीजन की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने न्यूज एजेंसी को बताया कि हमने स्टेशन मास्टर को आरोप पत्र जारी किया है। अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक ट्रेन के लोको पायलट ने सो रहे स्टेशन मास्टर को जगाने के लिए बार-बार हॉर्न बजाया। लेकिन पहले तो उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। इस बीच स्टेशन मास्टर ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी है। हम स्टेशन पर अकेले थे। स्टेशन मास्टर ने बताया कि साथ में स्टाफ भी ट्रैक निरीक्षण के लिए गया था।
इस बीच मंडल रेल प्रबंधक तेज प्रकाश अग्रवाल ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। हमारा उद्देश्य ट्रेन की टाइमिंग में सुधार करना है। इसलिए कर्मचारियों की समय की पाबंदी में सुधार पर जोर दिया जा रहा है। इसलिए इस सेक्शन की 90 फीसदी ट्रेनें समय पर चल रही हैं। इन स्टेशन मास्टरों की उदासीनता ने दूसरों की मेहनत पर पानी फेर दिया।