आरंग क्षेत्र के रेत घाटों में धड़ल्ले से हो रहा खनन और परिवहन



रायपुर । राजधानी से लगे आरंग के चिखली समेत आसपास के रेत घाटों में अवैध रेत खनन जोरों पर है। अवैध लोडिंग करने वाले बेखौफ होकर रात में धड़ल्ले से रेत की लोडिंग कर रहे हैं। गाडिय़ों की लाइट जलाकर चेन मशीन से वाहनों में लोडिंग की जा रही है। एक हाइवा लोड करने के लिए सात हजार रुपए लिए जा रहे हैं। किसी भी हाइवा गाड़ी वाले को पिट पास तक नहीं दिया जा रहा है। रेत सिंडिकेट वालों ने सभी गाड़ी वालों से कहा है कि जितनी रेत चाहिए ?मिलेगी, लेकिन कीमत कम नहीं होगी। रात 8 बजे के बाद अंधेरा होते ही रेत घाटों में अवैध खनन शुरू हो जाता है।

अलसुबह 6 बजे तक गाडिय़ां लोडिंग की जा रही है। इस दौरान खनिज विभाग के एक भी अफसर न तो मौके पर पहुंचकर जांच कर रहे हैं और न ही किसी रेत लाने ले जाने के दौरान नाके पर ?गाडिय़ों में पिट पास की जांच की जा रही है। इसी वजह से रेत का अवैध खनन खुलेआम चल रहा है। रेत घाटों में बेखौफ लोडिंग होने की वजह से खनिज विभाग के अफसरों पर भी सांठगांठ का आरोप लग रहा है। हाइवा संचालकों का कहना है कि खनिज विभाग के अफसर ही लोडिंग करवा रहे हैं। उन्होंने रात में रेत लोडिंग का वीडियो बनाकर भी अफसरों को भेजा, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। 

6 बड़ी मशीन से अवैध लोडिंग

छत्तीसगढ़ हाइवा परिवहन संघ का आरोप है कि चिखली रेत खदान मे 6 बड़ी मशीन से अवैध लोडिंग की जा रही है। एनजीटी के नियमों के अनुसार सूर्यास्त के बाद रेत घाटों में लोडिंग नहीं हो सकती है। लेकिन नियमों के खिलाफ बेखौफ होकर रेत माफिया लोडिंग कर रहे हैं। खनिज विभाग के अफसर इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इस वजह से संघ वालों ने मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा है। वे वीडियो और कई फोटो के साथ सीएम को बताएंगे किस तरह से अवैध रेत खनन का काम धड़ल्ले से चल रहा है।


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