आईएमडी के अनुसार पूर्वानुमान है कि पूर्वी, दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्र में भीषण लू चलेगी
नई दिल्ली । मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को पूर्वानुमान जताया कि अगले दो दिन तक पूर्वी भारत और दक्षिण प्रायद्वीपीय में भीषण लू की स्थिति बनी रहेगी और उसके बाद मौसम में धीरे-धीरे सुधार होगा।
आईएमडी के अनुसार, आज गांगेय पश्चिम बंगाल के कई स्थानों, ओडिशा, बिहार के कुछ हिस्सों में और कल उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड के अलग-अलग इलाकों में भीषण लू की स्थिति बने रहने का अनुमान है। इसके बाद अगले तीन दिन के दौरान क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति में सुधार हो सकता है। आईएमडी ने बताया कि अगले तीन दिन के दौरान रायलसीमा के अलग-अलग इलाकों में लू को लेकर स्थिति गंभीर बन सकती है और उसके बाद भी दो दिन तक लू की स्थिति यथावत बनी रहने का अनुमान जताया गया है।
विभाग ने बताया कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण तीन से छह मई तक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं और हिमपात हो सकता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब और राजस्थान में भी चार से छह मई के बीच बिजली कड़कने के साथ बहुत हल्की बारिश हो सकती है।
आईएमडी के मुताबिक तीन मई तक उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। विभाग ने दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। इसके अलावा पांच से आठ मई के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यानम, तेलंगाना, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, कराईकल, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे में गरज के साथ छींटे पड़ेंगे या फिर हल्की से मध्यम बारिश होगी।
छत्तीसगढ़ में बदलने लगी स्थिति, पारा 42 से उपर
बता दें कि अप्रैल में इस साल छत्तीसगढ़ में बारिश और बादलों की वजह से ज्यादातर दिनों में अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास या उससे नीचे रहा। रायपुर ही नहीं प्रदेश के किसी अन्य सेंटर में लू का अलर्ट नहीं हुआ है। अब मौसम विभाग ने पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में फिर से नए सिस्टम बनने का अनुमान जताया है। इन सिस्टम की वजह से अब मौसम में बदलाव होगा। पारा अभी यहां लगातार बढ़ते क्रम पर है। 42 से ऊपर पहुंच रहा है।