आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी सुरक्षित नहीं, नक्सली बताकर मार रहे गोली, मुठभेड़ भी फर्जी : दीपक बैज



रायपुर । कांग्रेस ने एक बार फिर नक्सली एनकाउंटर पर बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला बोला है. कांग्रेस ने पीडिया एनकाउंटर को फर्जी करार देते हुए कई सवाल खड़े किए हैं. पीसीसी चीफ दीपक बैज ने आरोप लगाया है कि आदिवासियों को नक्सली बताकर गोली मारा जा रहा है.

कांग्रेस गांववालों और आदिवासियों के साथ खड़े है

रायपुर में पत्रकारों से चर्चा करते कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, जहां गलत होगा, कांग्रेस सवाल उठायेगी. कांग्रेस जनता के साथ खड़ी है. सवाल हम नहीं, पीडि़त परिवार उठा रही हैं. गांव वाले एनकाउंटर पर सवाल उठा रहे है कि कांकेर की घटना, जहां तीन निर्दोष आदिवासियों को गोली मारा गया, क्या फर्जी एनकांउटर नहीं था? उसमें सरकार अभी तक क्यों जवाब नहीं दे रही है? जिनके पास राशन कार्ड, आधार कार्ड, जॉब कार्ड सभी चीजें थी. गांव वालों ने कहा यह फर्जी एनकांउटर है.

निश्चित तौर पर हम गांव वालों और आदिवासियों के साथ खड़े हैं. सरकार की तरफ से अभी तक जवाब नहीं आया. पीडिया मामले में गांववाले लगातार खुलकर बोल रहे है कि जो नक्सली बताकर मारे गए, वो निर्दोष आदिवासी हैं, जो तेंदूपत्ता तोडऩे जंगल में गये थे. लेकिन सरकार का उस पर एक जवाब भी नहीं आया. - दीपक बैज, प्रदेश अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ कांग्रेस


आदिवासियों को नक्सली बताकर गोली मारा जा रहा: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, जिस तरह भाजपा के 15 साल के शासन काल में अराजकता और जंगल राज रही, उसी तरह 5 महीने में कुछ घटनाओं को छोड़कर बस्तर के आदिवासियों को नक्सली बताकर गोली मारा जा रहा है. जहां ग्रामीण लगातार आवाज उठा रहे हैं. इसलिए निश्चित रूप से जनता का आवाज बनकर कांग्रेस पार्टी हक की लड़ाई, अधिकार की लड़ाई लड़ेगी.


जिस तरह से पिछले पांच साल में कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ में काम किया था. उसका नतीजा रहा कि बस्तर पूरी तरह शांत रहा, घटनाएं कम हुई और एक भी निर्दोष आदिवासी नहीं मारे गए. लेकिन बीजेपी सरकार बनने के साथ इस 5 महीने में सैकड़ों निर्दोष आदिवासियों को नक्सली बताकर गोली मार दिया गया और फर्जी सरेंडर किया गया. - दीपक बैज, प्रदेश अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ कांग्रेस


आदिवासी सीएम के राज में आदिवासी सुरक्षित नहीं: पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा, आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद छत्तीसगढ़ में आदिवासी सुरक्षित नहीं है, यह सबसे बड़ा दुर्भाग्य है. मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए. क्या अपने आदिवासी परिवारों को अभी तक सुरक्षित कर पाए हैं पांच महीने की सरकार में? हसदेव जंगल की कटाई हो रही है. कोरबा में बैगा परिवार की हत्या हो रही है. बस्तर में नक्सलियों के नाम से गोली मारा जा रहा है. निर्दोष बच्चों की विस्फोट में मौत हो रही है. इसके लिये सरकार क्या रही है? मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाह रहा हूं.


मुख्यमंत्री सिर्फ एक रिमोट कंट्रोल की तरह इस्तेमाल हो रहे है दिल्ली से और उनकी प्रदेश में अभी तक समझ नहीं है. एक आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद एक आदिवासी वर्ग को सुरक्षित नहीं कर पाये, इससे बड़ा दुर्भाग्य छत्तीसगढ़ के लिए कुछ नहीं हो सकता. - दीपक बैज, प्रदेश अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ कांग्रेस


पीडिया जंगल में मुठभेड़ पर राजनीति : बीजापुर पुलिस का दावा है कि गंगालूर थाना इलाके के पीडिया के जंगलों में हुए मुठभेड़ में फोर्स ने 12 नक्सलियों को ढेर किया. इस पूरे ऑपरेशन में 900 से ज्यादा जवान शामिल थे. मुठबेड़ के बाद जवानों ने 12 नक्सलियों के शव बरामद किए. एनकाउंटर के बाद कथित मृतक नक्सलियों के परिजन और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया है. 

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