नीट परीक्षा में बंटा गलत पेपर, हाईकोर्ट ने मांगा जवाब



-दोबारा परीक्षा कराने की मांग, डिवीजन बेंच ने एनटीए से किया सवाल

बिलासपुर । नीट प्रश्नपत्र के गलत सेट बांटने का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। छात्रों की याचिका पर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) से जवाब मांगा है। इस मामले की अगली सुनवाई 24 मई को होगी। याचिका में छात्रों ने दोबारा परीक्षा कराने की मांग की है। नीट एग्जाम का रिजल्ट जून के दूसरे सप्ताह में जारी होने की संभावना है। 


ऐसे में इस याचिका के फैसले से परिणाम प्रभावित हो सकता है। दरअसल, नीट की परीक्षा देश भर के साथ ही छत्तीसगढ़ में आयोजित की गई थी। इसके लिए बालोद के हायर सेकेंडरी स्कूल में भी एग्जाम सेंटर बनाया गया था। परीक्षा के दिन दोपहर 2 बजे बालोद के भारतीय स्टेट बैंक से मिले प्रश्न पत्रों का पहला सेट परीक्षार्थियों को बांटा गया। 



प्रश्न पत्र का यह सेट सही नहीं था। प्रतियोगी छात्रा लिपिका सोनबोइर और बाकी स्टूडेंट्स ने अपने एडवोकेट के माध्यम से इस गड़बड़ी को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। जिसमें कहा कि, अभ्यर्थी प्रश्नपत्र के दूसरे सेट को समय पर हल नहीं कर सके, क्योंकि उन्हें इस गड़बड़ी पर कोई अतिरिक्त समय नहीं दिया गया। उन्होंने इस मामले की शिकायत कलेक्टर से भी की। जिसमें उन्हें जांच कराने का भरोसा दिया गया है। याचिकाकर्ताओं ने नीट की एग्जाम फिर से लेने की मांग की है।



पौन घंटे बाद बंटा दूसरा पेपर

परीक्षा के दौरान केंद्राध्यक्ष सहित अधिकारियों को जब अपनी गलती का एहसास हुआ कि छात्रों को गलत प्रश्न पत्र वितरित कर दिया गया है। तब 40-50 मिनट बाद केनरा बैंक बालोद से मिले प्रश्न पत्रों का एक और सेट मंगाकर फिर से बांटा गया। प्रश्न पत्र के दूसरे सेट में ओएमआर शीट का एक अलग सेट जुड़ा हुआ था, जिसे उम्मीदवारों को दोबारा भरना था, जिसमें उम्मीदवारों का समय खराब हो गया। इसके चलते प्रतियोगी छात्रा का पेपर बिगड़ गया।

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