4 जगहों पर भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायतों पर कार्रवाई में 5 बने आरोपी
रायपुर । एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने छत्तीसगढ़ में चार जगहों पर भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायतों पर कार्रवाई की है। 5 आरोपी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए। इनमें कोंडागांव में जल संसाधन विभाग के ईई टीआर मेश्राम, बिलासपुर में राजस्व विभाग की भू अर्जन शाखा के आरआई संतोष देवांगन व रायगढ़ में घरघोड़ा के डिप्टी रेंजर मिलन भगत शामिल हैं।
ईई 50 हजार की घूस ले रहा था
कोंडागांव में ठेकेदार तुषार देवांगन की शिकायत पर एसीबी ने जाल बिछाया। उसके बाद कार्यपालन अभियंता (ईई) टीआर मेश्राम को रंगे हाथ 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा। मेश्राम ने माकड़ी ब्लाक के ओटेंडा में एनीकट के कार्य की समय सीमा बढ़ाने के लिए 7 लाख रुपए मांगे थे। मेश्राम को कोंडागांव की विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
शिकार के आरोपी से ले रहा था घूस
डिप्टी रेंजर घरघोड़ा रेंज मिलन भगत ने जंगली मुर्गे के शिकार के आरोपी जगमोहन मांझी से 3 हजार रुपए लिए थे। 5 हजार और मांग कर रहा था। मामले की शिकायत एसीबी बिलासपुर से की गई थी। टीम ने 5 हजार रुपए लेते हुए डिप्टी रेंजर मिलन भगत को रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी डिप्टी रेंजर को गिरफ्तार कर उसके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रविधान के तहत कार्रवाई की जा रही है।
आरआई ले रहा था 1 लाख की घूस
एक मामला बिलासपुर का है, जहां एसीबी की टीम ने तहसील कार्यालय में आरआई संतोष देवांगन को किसान से काम के एवज में 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा। जूना बिलासपुर निवासी संतोष देवांगन की मौजूदा पोस्टिंग फिलहाल भूअर्जन शाखा में है। एसीबी को शिकायत मिली थी कि मुआवजे से संबंधित प्रकरण के लिए संतोष देवांगन किसान से रुपए मांग रहा था। उसके बाद एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर आरोपी को कार्यालय से ही रिश्वत की रकम के साथ पकड़ा।
सीमांकन के लिए मांग 50 हजार
वहीं तोरवा स्थित जमीन का सीमांकन करने राजस्व निरीक्षक ने शिक्षक से दो लाख 50 हजार रुपये की मांग की। शिक्षक ने इसकी शिकायत एसीबी में कर दी। एसीबी ने शिकायत की तस्दीक के बाद टीम ने शुक्रवार को दबिश देकर आरआई को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। आरोपी आरआई से एक लाख रुपये जप्त किया है।