आचार संहिता के बाद शराब दुकानों में कर्मचारियों की छंटनी तय


बाहर से आकर कइयों ने जमाए पांव, ब्लेक लिस्टेड भी शामिल
प्लेसमेंट कंपनी रिप्लेस होने के बाद आबकारी विभाग करेगा बदलाव

 रायपुर। शराब बिक्री के लिए प्लेसमेंट कंपनी बदलने के बाद अब विभाग पुराने कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी में है। विभाग ऐसे कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने के मूड में है जो पिछले दो से तीन साल एक ही दुकान में जमे हुए हैं। पुरानी प्लेसमेंट कंपनी में इन कर्मचारियों ने फील्ड अफसरों के साथ तालमेल बिठाकर कई तरीकों से वारे न्यारे किए हैं। इनमें कई चेहरे ऐसे हैं जो मूल रूप से दूसरे प्रदेश के हैं लेकिन कंपनी के बड़े जवाबदारों के प्रभाव में आकर किसी न किसी तरीके से एंट्री ली है। 

आबकारी सूत्रों के मुताबिक सीएसएमसीएल द्वारा व्यवस्था बदलने अब खाका तैयार कर लिया गया है। पुरानी कंपनी ने दुकानों के लिए सुपरवाइजर के अलावा फील्ड अफसर, ऑडिट अफसर और फिर फिल्ड मैनेजर नियुक्त किए थे लेकिन विभाग ने इस बार साफ कर दिया है दुकानों का संचालन सिर्फ फिल्ड अफसर करेंगे। बाकी बनाई गई व्यवस्था में फिल्ड मैनेजर, फिल्ड अफसर और ऑडिट के लिए दूसरे अन्य जवाबदारों की नियुक्ति नहीं की जाएगी। प्लेसमेंट को वर्क आर्डर जारी होने के बाद आचार संहिता हटते ही सभी जोन के लिए शर्तें तय कर दी जाएगी।  बताया जाता है पुरानी प्लेसमेंट कंपनी के आने के पहले बिहार के एक गुट का दबदबा रहता था। यहां से आने वाले कर्मचारियों ने किसी तरह एंट्री लेकर बकायदा दुकानों का बंटवारा किया था। अपने-अपने सुपरवाइजर बिठाकर दुकानों में वारे न्यारे किए थे। प्लेसमेंट से काम लेकर अपने हिसाब से दुकानों में बिक्री का सिस्टम बिठाया जाता था। इसके बाद ओवर रेट से लेकर कोचियों का चेनल बनाने तक भूमिका बांधी जाती थी। अब आबकारी नीति बदलने के बाद प्लेसमेंट के लिए भी विभाग अलग से नियम तय करने के मूड में है। 


ब्लेक लिस्टेड चेहरे का बड़ा खेल

पुरानी प्लेसमेंट कंपनी ने भले ही दुकानों में बिक्री के दौरान गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ ऊपरी कार्रवाई कर प्रकरणों का निपटारा किया है लेकिन असल में जिन कर्मचारियों को ब्लेक लिस्टेड किया गया, कई चेहरे अभी भी दुकानों में जमे हुए हैं। पर्दे के पीछे से भी कई कर्मचारियों ने दुकानों को प्रभाव में रखा है। कंपनी के साफ्टवेयर में कर्मचारियों के नाम और फोटो में खेला कर ब्लेक लिस्टेड होने वालों ने फिर से पांव जमा लिया। 

सिक्योरिटी कंपनी 

बिकवाएगी शराब

रायपुर जिले को एक नंबर जोन में रखा गया है। बीआईएस (बांबे इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड) कंपनी को टेंडर मिला है। बताया जा रहा है जिले की दुकानों में पहले पुरानी एजेंसी ने 500 से ज्यादा कर्मचारियों की भर्ती र्की थी। कई दुकानों में काम छोड़ चुके हैं लेकिन इनकी जगह में बाहरी तत्वों ने प्रभाव जमा रखा है। 

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