नई दिल्ली। डिजिटल इंडिया में डिजिटल क्रिएटर्स की संख्या भी बढ़ी है। यहां तक कि ग्रामीण स्तर के युवा भी लाखों भारतीयों तक पहुंचने के लिए डिजिटल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं। विभिन्न कलाओं, खेलों और मनोरंजन के माध्यम से नेटिज़न्स का मनोरंजन किया जा रहा है।
इससे डिजिटल क्रिएटर्स को कई जगहों पर मौके मिल रहे हैं, उनके लिए प्लेटफॉर्म भी खुल रहा है। दिलचस्प बात यह है कि इन डिजिटल क्रिएटर्स को भारत सरकार द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड का वितरण राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
नेशनल क्रिएटर्स अवॉड्र्स कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के भारत मंडपम में किया गया। इस कार्यक्रम में देशभर से विभिन्न डिजिटल क्रिएटर्स को आमंत्रित किया गया था। रचनाकारों की सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा देश के युवाओं की रचनात्मकता को सम्मानित करने के लिए पहली बार यह पुरस्कार समारोह आयोजित किया जा रहा है। समय के अनुरूप नये युग की पहचान करने का कार्य इस कार्यक्रम के माध्यम से किया जा रहा है।
शुरुआत में मोदी ने कहा कि यह कार्यक्रम आगामी लोकसभा चुनाव के लिए नहीं है। जैसे ही मोदी ने कहा कि अगले कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव की घोषणा होगी। ये कार्यक्रम उसके लिए नहीं है, हॉल में ठहाके गूंज उठे। साथ ही, मैं आपको गारंटी देता हूं कि अगले साल महाशिवरात्रि पर जो भी तारीख होगी, मैं ऐसा कार्यक्रम करूंगा,ÓÓ नरेंद्र मोदी ने डिजिटल रचनाकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा। इस दौरान हॉल में अब की बार 400 पार... जैसे नारे लगे।
मोदी ने कहा, मैंने इस मुद्दे को लोकसभा चुनाव में नहीं उठाया है, क्योंकि मैं जानता हूं, आप मुझसे ज्यादा मेरे लिए मरते हैं, आप मेरे लिए मरते हैं क्योंकि मैं आपके लिए जीता हूं। रचनाकारों ने मोदी के इस वाक्य की सराहना की। साथ ही, जो अपने लिए नहीं जीता, उसके लिए मरने वालों की संख्या कितनी होगी। मोदी ने डिजिटल क्रिएटर्स से कहा कि आप मेरे लिए मर रहे हैं। उस वक्त हॉल में मोदी...मोदी... के नारे भी लगे।
इस दौरान नरेंद्र मोदी ने 23 लोगों को इस नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया। कथा वाचक जया किशोरी को सामाजिक परिवर्तन के लिए सर्वश्रेष्ठ रचनाकार की श्रेणी में पुरस्कार दिया गया। तो वहीं साल के सांस्कृतिक राजदूत का पुरस्कार गायिका मैथिली ठाकुर को दिया गया।