नई दिल्ली। चूंकि राज्यसभा के 56 सांसदों का यह आखिरी सत्र है, इसलिए उन्हें आज सदन में विदाई दी गई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की जमकर तारीफ की। उन्होंने उनकी लंबी उम्र के लिए भी प्रार्थना की। राज्यसभा की 56 सीटें खाली होने जा रही हैं। इन सीटों पर जल्द ही चुनाव होंगे। लेकिन मौजूदा 56 सांसदों का यह आखिरी सत्र है।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस सदन में हर 2 साल में ऐसा आयोजन होता है। प्रत्येक 5 वर्ष में लोकसभा का पुनर्गठन किया जाता है। लेकिन राज्यसभा हर 2 साल में नई ऊर्जा, उत्साह और उमंग पैदा करती है। यह कोई विदाई नहीं है बल्कि ऐसी यादें अगली पीढ़ी के लिए संजोकर रखी जाती हैं।
कुछ लोग चले जाते हैं, कुछ चले जाते हैं दोबारा आने के लिए। मैं विशेष रूप से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को पसंद करता हूं। मनमोहन सिंह उनके विचारों से इस सदन में 6 बार नेताओं, विपक्ष के नेताओं ने बहुत बड़ा योगदान दिया है। वैचारिक मतभेद कभी-कभी अल्पकालिक होते हैं। लेकिन जिस प्रकार उन्होंने इतने लंबे समय तक सदन और देश का मार्गदर्शन किया। जब भी हमारे लोकतंत्र की चर्चा होती है और होती रहेगी तब डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान पर जरूर चर्चा होगी।
डॉ. मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर आए और वोट डाला। यह इस बात का उदाहरण है कि एक सांसद को अपनी जिम्मेदारियों के प्रति कितना सचेत रहना चाहिए। यहां तक कि जब समिति का चुनाव हुआ तो वह व्हीलचेयर पर वोट देने पहुंचे। सवाल ये नहीं है कि वो किसी को ताकत देने आये थे। लेकिन वे लोकतंत्र को ताकत देने आये थे। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा कि मैं उनकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करता हूं।