बीस घंटे की लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, चक्रवाती तूफान का असर लोग घरों में कैद



रायपुर। प्रबल बेमौसम से दिनभर जन-जीवन अस्त-व्यस्त रहा मिचौंग तुफान का असर अभी एक-दो दिन और रहने की संभावना है। बीते सोमवार को न्यूनतम तापमान १८ डिग्री से अधिक रही। सुबह से शहर सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों में बदली छाई रही और दिनभर रूक-रूक कर बारिश हुई। प्रदेश में आज अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है।


 मौसम वैज्ञानिकों का कहना कि  चक्रवर्ती तूफान मध्य बंगाल की खाड़ी और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर स्थित है, जो उत्तर की ओर 12 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा है तथा यह 15.02 डिग्री उत्तर तथा 80.5 डिग्री पूर्व में कवाली से उत्तर पूर्व की ओर 40 किलोमीटर दूर नेल्लौर से उत्तर उत्तर पूर्व की ओर 80 किलोमीटर दूर बापतला से दक्षिण पश्चिम की ओर 80 किलोमीटर दूर और मछलीपट्टनम से दक्षिण दक्षिण पश्चिम की ओर 140 किलोमीटर दूर स्थित है।


 यह सिस्टम जैसे-जैसे उत्तर की ओर तट के किनारे आएगा वैसे ही वॉल क्लाउड के कुछ भाग लगातार जमीन पर रहेगा। यह तंत्र लगभग उत्तर की ओर दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के समांतर आगे बढ़ते हुए अगले 4 घंटे में बापतला के पास जमीन से टकराने की संभावना है इस समय इसकी हवा की अधिकतम गति 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे रहने की संभावना है।


प्रदेश में आज अधिकतम तापमान में काफी ज्यादा गिरावट हो चुकी है इसलिए आज को ज्यादा परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। भारी बारिश का क्षेत्र मुख्यत: बस्तर संभाग के जिले संभावित है। दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर संभाग के जिलों में हल्की से मध्यम, बिलासपुर संभाग के जिलों में । जबकि सरगुजा संभाग के जिलों में बहुत हल्की से हल्की वर्षा होने की संभावना है। 


धान सहित ओन्हारी फसल को नुकसान

सवेरे से हो रही रिमझिम फुहार के साथ रूक रुककर हो रही झमाझम बारिश से किसानों की गाढ़ी कमाई पर पानी फिर गया। वहीं रबी फसल चना और गेहूँ के लिए सोन की बारिश हो रही है तो दूसरी ओर अरहर तथा तिवरा के लिए भी काफी नुकसानदायक बारिश हो रही है। बेमौसम हो रही बारिश से खेतों में खड़ी धान की फैसलें तथा फसल काटने के बाद खेतों में पड़े फसल करपा भीग रहे हैं बे मौसम हो रही इस बारिश से चावल की क्वालिटी भी प्रभावित होगी।


ऐसे सक्रिय हुआ मिंचौग

मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दक्षिण अंडमान सागर और पास के दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर जो अवसाद विकसित हुआ था, जिससे चक्रवाती तुफान मिचौंग के रूप में बदला जो आज सुबह से कम दबाव वाला क्षेत्र बन गया। यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और बंगाल की दक्षिणपूर्व खाड़ी के ऊपर एक दबाव में बदल गया।


दक्षिणी छत्तीसगढ़ में हल्की तथा मध्यम बारिश की संभावना

अब चक्रवात का असर धीरे-धीरे कम होगा, हालांकि एक-दो दिनों में मौसम में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। उत्तर छग में हल्की तथा दक्षिणी छग में ज्यादा बारिश हो सकती है।

एच.पी. चंद्रा, मौसम वैज्ञानिक, रायपुर

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