रायपुर । छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव का परिणाम आने से पहले हॉर्स ट्रेडिंग से बचने की तैयारी कर ली है। चर्चा है कि परिणाम आते ही जीते प्रत्याशियों को बेंगलुरु भेजने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए कांग्रेस द्वारा 72 सीटर चार्टर प्लेन भी बुक कराने की चर्चा है। इसमें जीते विधायकों के साथ ही पार्टी के नेता भी होंगे। कांग्रेस के लिए कर्नाटक सबसे सुरक्षित जगह है। वहां भी कांग्रेस की सरकार है।
छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिला था। इसके बाद सीएम पद के लिए भूपेश बघेल के समर्थन में विधायक दिल्ली रवाना हुए थे। वे बस में बैठकर एयरपोर्ट के लिए निकले थे। सूत्रों की मानें तो पार्टी ने सभी प्रत्याशियों से कहा है- जीत का सर्टिफि केट मिलते ही उसे लेकर सीधे रायपुर चले आएं। यहां के वीआईपी रोड पर एक होटल में नवनिर्वाचित विधायकों के रुकने की व्यवस्था की जा रही है। सभी प्रत्याशी रातभर एकसाथ यही रुकेंगे।
बस्तर से लेकर सरगुजा तक के नवनिर्वाचित विधायकों को आने में जो समय लगेगा। इसे ध्यान में रखते हुए दूसरे दिन यानी 4 दिसंबर को सभी जीते हुए विधायकों को बेंगलुरु भेजा जाएगा। 2018 में कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश में अपनी सरकार बना ली थी। सरकार बनाने के डेढ़ साल बाद ही कुछ विधायक कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए। इसके चलते कांग्रेस की सरकार गिरा दी गई थी। एमपी के अलावा महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों से सबक लेते हुए छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।