रायपुर। छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष का फैसला कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े करेंगे। बुधवार की दोपहर राजीव भवन में आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में ये प्रस्ताव पारित किया गया। भूपेश बघेल ने इसका प्रस्ताव रखा, जिसका समर्थन चरणदास महंत ने भी किया। बैठक में पार्टी की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, ऑब्जर्वर अजय माकन समेत बड़े नेता मौजूद रहे।
ऑब्जर्वर अजय माकन ने कहा - सभी विधायकों से चर्चा हुई है, सर्वसम्मति से ये फैसला लिया गया है कि नेता प्रतिपक्ष का नाम कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े तय करेंगे। हम दिल्ली में उन्हें अपनी रिपोर्ट सौपेंगे। दूसरी तरफ , बैठक से पहले पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह का एक लेटर सामने आया है जिसमें उन्होंने हार के लिए टीएस सिंहदेव को जिम्मेदार ठहराया है। बृहस्पत ने प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा पर लगाए पुराने आरोप भी दोहराए हैं।
पूर्व विधायक ने अपने लेटर में ये लिखा
बृहस्पत सिंह ने लिखा है कि टीएस सिंहदेव ने पंचायत मंत्री पद से इस्तीफ ा देते हुए आरोप लगाया था कि सरकार राज्य के 7 लाख पीएम आवास के हितग्राहियों का पैसा नहीं दे रही है, इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं। इससे बीजेपी को सरकार को घेरने का मौका मिला।
सिंहदेव के इस्तीफे से कांग्रेस को बड़ा नुकसान हुआ और बीजेपी के पक्ष में माहौल बना था। उसी समय पार्टी के प्रदेश प्रभारी को दिल्ली हाईकमान को रिपोर्ट देनी चाहिए थी और कार्रवाई करनी चाहिए थी। ऐसा होता तो शायद विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार नहीं होती। इसके जिम्मेदार टीएस सिंहदेव हैं।