पहली बार सौर ज्वाला दर्ज की गई, जो इसरो के लिए एक बड़ी उपलब्धि



नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने सूर्य का अध्ययन करने के लिए आदित्य एल1 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इसके बाद अब आदित्य एल1 ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। आदित्य एल1 ने सौर ज्वाला रिकॉर्ड की है। आदित्य एल1 के रिकॉर्ड में नासा के उपग्रह की तुलना में एक्स-रे को अधिक सटीकता से मापने की क्षमता दिखाई गई है।


रिपोट्र्स के मुताबिक, भारत के आदित्य एल1 अंतरिक्ष यान पर हाई एनर्जी एल1 ऑर्बिटिंग एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर ने पहली बार सौर ज्वालाएं रिकॉर्ड की हैं। इसरो ने घोषणा कर यह जानकारी दी। पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से बचकर आदित्य एल1 वर्तमान में लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1) की ओर यात्रा कर रहा है। एल 1 जो पृथ्वी से सूर्य की ओर 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर है, तक पहुंचने से पहले अंतरिक्ष यान पर विभिन्न उपकरण परीक्षण किए जा रहे हैं।


इस बीच अब इसरो ने एक नए मिशन पर काम शुरू कर दिया है। चंद्रमा, सूर्य के बाद अब इसरो मंगल ग्रह के रहस्य को जानने की कोशिश करेगा। इसके लिए इसरो ने तैयारी शुरू कर दी है। इसरो 2024 में मंगलयान-2 मिशन लॉन्च करेगा। इसरो उस रहस्य को सुलझाने की कोशिश करेगा जिसमें नासा सफल नहीं हो पाई है। हालांकि, उससे पहले इसरो का फोकस मिशन गगनयान पर है। यह भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है।

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