रायपुर । महंगाई है कि रुकने का नाम नहीं ले रही है। रोजमर्रा की जरूरत किचन की सामग्री की कीमत में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसा कोई सामान नहीं है, जिसकी कीमत कम हो रही हो। एक सामान की कीमत बढऩे के बाद कब दूसरे सामान की कीमत बढ़ जाती है, पता ही नहीं चलता।
इस समय अदरक और लहसुन ने भी कीमत में दोहरा शतक लगा दिया है। प्याज भी इस समय रुलाने का काम कर रहा है। एक राहत ये है कि दीपावली के बाद अब टमाटर की कीमत आधी हो गई है। आम आदमी को महंगाई से लंबे समय से राहत मिल ही नहीं रही है। लगातार किचन के सामान महंगे होते जा रहा है। दाल, चावल, आटे के साथ मसालों की कीमत ने आम आदमी की हालत खराब करके रखी है। हर सामान की कीमत में 30 फीसदी से ज्यादा का इजाफा हो चुका है। इतिहास में पहली बार राहर दाल ने भी कीमत का दोहरा शतक लगाने का काम किया है। हालांकि इस समय इसकी कीमत 20 से 30 रुपए कम हो गई है, लेकिन इसके कारण दूसरी दालों की कीमत सौ रुपए के पार हो गई है।
अदरक और लहसुन की कीमत आमतौर पर 40 से 50 रुपए किलो रहती है. लेकिन पहली बार इसकी कीमत आसमान पर चली गई है। जहां अदरक थोक में 120 से 140 रुपए है, वहीं चिल्हर में यह 40 से 50 रुपए पाव है। लहसुन की कीमत में तो और ज्यादा आग लगी है। दो माह पहले ही लहसुन की कीमत चिल्हर में 35 रुपए के आसपास थी। बाजार में चिल्हर कारोबारी ठेलों में लहसुन की बोरी रखकर सौ रुपए में तीन किलो लहसुन बेच रहे थे, आज स्थिति यह है कि इसकी कीमत थोक में 180 190 रुपए और चिल्हर में 220 से 240 रुपए हो गई है। सब्जी मंडी और किराना दुकानों में यह 60 रुपए पाव में मिल रही है।
दीपावली से पहले प्याज की कीमत चिल्हर में 25 से 30 रुपए थी, लेकिन अब इसकी कीमत डबल से ज्यादा हो गई है। जहां नया प्याज चिल्हर में 70 रुपए किलो बिक रहा है, वहीं पुराना प्याज 60 रुपए किलो है। इसकी कीमत में इस माह कमी होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
टमाटर में राहत
टमाटर दीपावली के समय चिल्हर में 20 से 25 रुपए किलो बिक रहा था, लेकिन दीपावली के बाद बाजार बंद होने का असर यह रहा कि टमाटर की कीमत डबल होकर 50 से 60 रुपए तक पहुंच गई, लेकिन अब कीमत फिर कम हो गई है। इस समय टमाटर चिल्हर में 25 से 30 रुपए किलो मिल रहा है।