इजऱाइल-हमास युद्ध से अरबों के निवेश को ख़तरा; दिग्गज कंपनियों की बढ़ी टेंशन



-स्टार्टअप कंपनियों के प्रमुख केंद्र संकट में हैं, महत्वपूर्ण खनिजों का निर्यात भी संकट में है


वॉशिंगटन। इजरायल और हमास के बीच युद्ध ने एक बार फिर दुनिया की टेंशन बढ़ा दी है। इससे विश्व अर्थव्यवस्था में एक नई गतिशीलता पैदा हो सकती है। इजऱाइल को स्टार्टअप कंपनियों का केंद्र माना जाता है। अमेरिका और भारत समेत कई देशों की बड़ी आईटी कंपनियों ने वहां भारी निवेश किया है। अगर युद्ध लंबे समय तक जारी रहा तो इसका इजरायली अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, जिसका असर इन कंपनियों पर भी पड़ सकता है।

युद्ध के कारण इजराइल ने रिज़र्विस्टों को ड्यूटी पर बुला लिया है। ये लोग शिक्षक, तकनीकी कर्मचारी, डॉक्टर, नर्स, स्टार्टअप उद्यमी और पर्यटन क्षेत्र में काम करने वाले हैं। यदि युद्ध लंबा चला तो ये जनशक्ति नियमित काम पर नहीं लौट पाएगी। इसलिए वहां उत्पादन पर बड़ा असर पडऩे की आशंका है।

इन लिस्टेड कंपनियों का भारत में निवेश
-इजराइल की एक आईटी कंपनी है। विमान के स्पेयर पाट्र्स निर्माता एच आर 2016 में विप्रा ने गिवेन का अधिग्रहण कर लिया था।
-टीसीएस: कंपनी के इजऱाइल में लगभग 1,100 कर्मचारी हैं। कंपनी ने साल 2005 से वहां काम करना शुरू कर दिया है।
-इन्फेसिस: इन्फेसिस का भी इजराइल में बड़ा निवेश है। कंपनी औद्योगिक अनुसंधान के क्षेत्र में काम करती है।
एचसीएल टेक: कंपनी के इजऱाइल में दो कार्यालय हैं। यह कंपनी के लिए एक रणनीतिक निवेश है।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने

Recent in Sports