मुंबई। आरबीआई एमपीसी की बैठक आज शुरू हो गई है। पटधोरण समिति की बैठक 4 से 6 अक्टूबर तक होगी। इस बैठक में रेपो रेट, महंगाई, जीडीपी ग्रोथ और अन्य आर्थिक मुद्दों पर चर्चा होगी। बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास प्रमुख ब्याज दरों पर फैसले की घोषणा करेंगे।
रेपो रेट में बढ़ोतरी या कमी का सीधा असर लोन और जमा पर ब्याज दरों पर पड़ता है। जब रेपो रेट बढ़ता है तो बैंक लोन पर ब्याज दरें बढ़ा देते हैं। जानकारों के मुताबिक इस बार भी आरबीआई रेपो रेट को यथावत रख सकता है।
3 गुना रेपो रेट तय
विशेषज्ञों ने संभावना जताई है कि रिजर्व बैंक लगातार चौथी बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा। अगर ऐसा हुआ तो लोन पर ब्याज दर पर कोई असर नहीं पड़ेगा। रेपो रेट में बदलाव होने पर ही बैंक लोन की ब्याज दर में बदलाव करते हैं। हालाँकि, मुद्रास्फीति के प्रति सतर्क दृष्टिकोण अपनाया जा सकता है। इसके अलावा, अमेरिकी ब्याज दरों में सख्ती के संकेत भी मिल रहे हैं। उधर, कच्चे तेल की कीमतें 10 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं।
कच्चा तेल महंगा हो गया
फिलहाल डॉलर इंडेक्स मजबूत दिख रहा है। वहीं कच्चे तेल की कीमत में भी बढ़ोतरी हो रही है। मंगलवार को कच्चे तेल की कीमतें 90 डॉलर तक पहुंच गईं। ब्रेंट ऑयल की वायदा कीमतें 90.77 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुईं। दूसरी ओर, कच्चे तेल का डब्ल्यूटीआई वायदा 89.14 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों का असर महंगाई पर पडऩे की संभावना है। ऐसे में आरबीआई एमपीसी की बैठक में यह मुद्दा अहम रहेगा।