मुंबई। बैंक ऑफ बड़ौदा ने 60 से अधिक कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इनमें से 11 एजीएम (सहायक महाप्रबंधक) हैं। एक बैंक कर्मचारी के अनुसार, एजीएम स्तर के अधिकारी स्केल पांच अधिकारी होते हैं जो आमतौर पर क्षेत्र प्रबंधकों, जोनल प्रमुखों और 25 से अधिक शाखा प्रमुखों की देखरेख करते हैं।
यह मामला बैंक के बीओबी वल्र्ड ऐप के ऑडिट से जुड़ा है। निलंबन पत्र में बैंक ने गंभीर अनियमितताओं की बात स्वीकार की है। सूत्रों के हवाले से इस संबंध में एक रिपोर्ट दी है। ऐसा कहा जाता है कि कुछ कर्मचारियों ने अपने कार्यकाल के दौरान ग्राहक खाता नंबर फीड किए और फिर बीओबी वल्र्ड ऐप में पंजीकरण-डी-पंजीकरण किया, यह सब ग्राहक की सहमति के बिना किया गया।
जांच के बाद कार्रवाई की गई
बैंक ने कहा कि कुछ कर्मचारियों ने जो किया वह प्रथम दृष्टया कमीशन और चूक का मामला है, जिसके लिए विभागीय जांच की गई थी। विभागीय जांच के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि दोषी कर्मचारियों को निलंबित करना उचित था। निलंबित किए गए ज्यादातर कर्मचारी बीओबी से हैं। बैंक अब इसी तरह की कार्रवाई लखनऊ, भोपाल, राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ जोन में कर सकता है।
एक तिहाई वेतन दिया जाएगा
बैंक ने 11 एजीएम समेत 60 से ज्यादा कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। निलंबन के दौरान उन्हें केवल एक तिहाई वेतन मिलेगा। यदि बैंक उन्हें दोषी पाता है, तो उन्हें दंडात्मक पोस्टिंग मिल सकती है या उनकी नौकरी भी जा सकती है। एक निलंबित कर्मचारी ने कहा, अगर दोषी नहीं पाया गया तो बैंक निलंबन अवधि के लिए मुआवजा देगा।