लोकसभा : महाराष्ट्र में सत्ता में शामिल होते समय आपके आरोप कहां गए?



-चार साल हो जाने के बावजूद वहां चुनाव नहीं हुए हैं और वहां कोई चुनी हुई सरकार नहीं है

नई दिल्ली। बीजेपी जानबूझकर वंशवाद का जिक्र करती है। लेकिन जब एनडीए की बैठक होती है, तो आप इस तथ्य को नहीं छिपा सकते कि वंशवाद की उपज वाले कई नेता उस बैठक में शामिल होते हैं, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने लोकसभा में कहा हालाँकि मैं स्वयं वंशवाद की उपज हूँ, मैं प्रतिभा-शरद पवार की बेटी हूँ। सुप्रिया सुले ने हॉल में कहा कि मुझे इस बात का गर्व है।


आम आदमी पार्टी ने एक बार हमारी आलोचना की थी। हम सहमत है लेकिन भाजपा नेता मेरे निर्वाचन क्षेत्र में आए और राकांपा की स्वाभाविक रूप से भ्रष्ट पार्टी के रूप में आलोचना की। सुप्रिया सुले ने पूछा जब एनसीपी विधायकों को महाराष्ट्र में सत्ता में लाया गया तो ये आरोप कहां चले गए? बीजेपी को इन आरोपों के लिए एनसीपी से माफी मांगनी चाहिए।


राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक 2023 लोकसभा में पेश किया गया। इस बिल का एनसीपी ने कड़ा विरोध किया था। इस अवसर पर बोलते हुए, विधेयक असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक और सहकारी संघवाद के खिलाफ था। उन्होंने कहा, भारत जैसे बड़े लोकतंत्र में केंद्रीय नियंत्रण सही शब्द नहीं है। बीजेपी की ओर से इस शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई गई। सुप्रिया सुले ने कहा कि यह सच है कि बीजेपी ने हर चुनावी घोषणापत्र में दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा किया है।


एक तरफ  दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का वादा करना और दूसरी तरफ दिल्ली की चुनी हुई सरकार पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए विधेयक लाना, यह दोहरा रवैया है क्योंकि वहां की सत्ता हमारे हाथ में नहीं है। सुप्रिया सुले ने कहा कि या तो बीजेपी अपने चुनाव प्रचार में झूठ बोल रही है या अब लोकतंत्र के मंदिर में झूठ बोल रही है, उन्हें दिल्ली की जनता को जवाब देना होगा। सम्पूर्ण जम्मू-कश्मीर राज्य के विभाजन के समय संसद को यह विश्वास दिलाया गया था कि वहाँ एक वर्ष के अन्दर चुनाव कराये जायेंगे। लेकिन चार साल बाद भी वहां कोई चुनाव नहीं हुआ है और वहां कोई चुनी हुई सरकार नहीं है।

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