नई दिल्ली। भारत और इसरो के अंतरिक्ष अन्वेषण के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण आखिरकार आज साकार हो गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के महत्वाकांक्षी चंद्र मिशन चंद्रयान-3 को आज बड़ी सफलता हासिल हुई। चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर आज निर्धारित समय पर शाम 6:40 बजे चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित उतरा और इसरो वैज्ञानिकों सहित लाखों भारतीयों ने एक स्वर में खुशी मनाई।
चंद्रयान-3 ने चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के बाद एक संदेश भेजा है। मैं सफलतापूर्वक चंद्रमा पर पहुंच गया हूं, और पूरा भारत मेरे साथ यहां पहुंच गया है; चंद्रायण ने इस सामग्री का संदेश भेजा है। इसरो ने एक्स पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है।
चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के शोधकर्ताओं समेत देशवासियों को बधाई दी। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम धरती को मां और चंद्रमा को मां कहते हैं। इसलिए 'चंदामामा दूर के' मुहावरा हमारे बीच लोकप्रिय है। लेकिन अब इसे बदलकर चंदामामा टूक के करना होगा, उन्होंने इस सफलता पर खुशी जाहिर की। साथ ही, अगले दौर में भारत गगनयान, आदित्य-1 और शुक्र मिशन की भी योजना बनाई गई।