बंगाल में पंचायत में हिंसा 7 हत्याएं, हजारों जवानों की तैनाती


कोलकाता। पश्चिम बंगाल में स्थानीय निकाय चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। इसके बाद से राज्य में बड़े पैमाने पर हिंसा हो रही है। जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई है। सुरक्षा के लिए 1 लाख 35 हजार जवानों को तैनात किया गया है। इस बीच आज मतदान के दिन बड़े पैमाने पर हिंसा हुई है, जिसमें कुछ कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है। कुछ स्थानों पर मतपत्र चोरी हो गये। कुछ स्थानों पर मतपेटियाँ जला दी गईं।
 
पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग की जानकारी के मुताबिक, 22 जिलों की 63 हजार 229 ग्राम पंचायत सीटों, 9 हजार 730 पंचायत समिति सीटों और 928 जिला परिषद सीटों पर वोटिंग हो रही है। इस मतदान में करीब 5.7 करोड़ मतदाता उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने वाले हैं। इस चुनाव का परिणाम 11 जुलाई को घोषित किया जाएगा। इस चुनाव को 2024 में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव के तौर पर देखा जा रहा है।

इस बीच, आज मतदान के दौरान 24 परगना जिले में सड़क के किनारे टीएमसी का बैनर लेकर बैठे एक टीएमसी कार्यकर्ता को पुलिस ने पीटा। पश्चिम बंगाल के सीताई में एक मतदान केंद्र में तोडफ़ोड़ की गई, जहां मतपत्र लूट लिए गए और आग लगा दी गई। इस घटना के बाद काफी विवाद हुआ।

कूचबिहार के फोलिमारी में हिंसा भड़क गई, जहां एक बीजेपी पोलिंग एजेंट की मौत हो गई। बीजेपी के पोलिंग एजेंट माधव विश्वास की शनिवार सुबह हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। एक जगह बमबारी हुई। खबर है कि सीपीआईएम उम्मीदवार अनिता अधिकारी घायल हो गईं।

 पश्चिम बंगाल में मतदान के दौरान अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। जान गंवाने वालों में 5 तृणमूल कार्यकर्ता और एक बीजेपी कार्यकर्ता शामिल है। मालदा में बम धमाकों की खबरें आ रही हैं। बीजेपी ने इसके लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। बीजेपी का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस उसके कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है।

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