-ससुर और पति का साथ मिले तो लड़कियां शादी के बाद भी सफलता हासिल कर सकती हैं।
-आईएएस पुष्पलता यादव जिन्होंने यूपीएससी में 80वीं रैंक प्राप्त की
नई दिल्ली। शादी के बाद ज्यादातर लड़कियों की जिंदगी पूरी तरह से बदल जाती है। अक्सर वह अपना करियर छोड़ देती हैं और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बोझ तले दबी रहती हैं। लेकिन अगर ससुर और पति एक-दूसरे का साथ दें तो लड़कियां शादी के बाद भी सफलता हासिल कर सकती हैं।
आईएएस पुष्पलता यादव इसका अच्छा उदाहरण हैं। शादी के बाद पुष्पलता यादव को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2017 में ऑल इंडिया 80वीं रैंक मिली है।
आईएएस पुष्पलता यादव हरियाणा के रेवाड़ी जिले के एक छोटे से गांव खुसबूरा की रहने वाली हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा इसी गांव से हुई। फिर 2016 में बीएससी किया। इसके बाद उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन और एमबीए भी किया। एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद पुष्पलता यादव ने अपना खर्च चलाने के लिए एक निजी कंपनी में काम करना शुरू कर दिया। प्राइवेट सेक्टर में काम करने के साथ-साथ उन्होंने दो साल तक सरकारी नौकरी की भी तैयारी की। दो साल बाद उन्हें स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में असिस्टेंट मैनेजर की नौकरी मिल गई।
स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में नौकरी मिलने के दो साल बाद, 2011 में उनकी शादी हो गई और वे मानेसर, हरियाणा चली गई। शादी के लगभग चार साल बाद उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने 2015 में स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद से इस्तीफा दे दिया और अपना पूरा समय सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में लगा दिया। मैनेजर की नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया।
पुष्पलता यादव पर अब दो साल के बेटे की भी जिम्मेदारी है। एक इंटरव्यू में पुष्पलता बताती हैं कि उन्होंने पांच साल तक किसी किताब को छुआ तक नहीं। लेकिन मेरे पति ने मुझे प्रोत्साहित किया। पुष्पलता के पति और अन्य ससुराल वालों ने पूरा सहयोग किया। तैयारी के दौरान पति बच्चे का ख्याल रखेंगे। पुष्पलता सिर्फ पढ़ाई पर ही ध्यान देती थीं। वह सुबह चार बजे उठ जाती थी। उसके बाद छह से सात बजे तक पढ़ाई करती थी। इसके बाद बच्चे को दोबारा स्कूल भेजकर पढ़ाई में जुट जाती थी।