नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा हाल ही में पूरा हुआ है। भारत ने अमेरिका के साथ रक्षा से लेकर चिप टेक्नोलॉजी तक के कई समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे चीन का सिरदर्द बढ़ गया है। साथ ही मोदी ने विपक्ष को भी दिखा दिया है कि वह चीन को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं और अपने तरीके से कार्रवाई कर रहे हैं।
दरअसल, अमेरिका और भारत के बीच कई समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं। हालांकि, टेलीकॉम सेक्टर को लेकर दोनों देशों के बीच एक समझौता हुआ है, जिससे चीन को भी झटका लगा है। खास बात यह है कि अमेरिका और भारत के बीच टेलीकॉम टेक्नोलॉजी पर जो सहमति बनी है, उसमें चीन को ग्लोबल मास्टर माना गया है।
भारत और अमेरिका ने टेलीकॉम सेक्टर में चीन के प्रभुत्व को खत्म करने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत दोनों देशों ने संयुक्त रूप से ओपन रेडियो एक्सेस नेटवर्क पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते या डील का मुख्य उद्देश्य मोबाइल नेटवर्क में उपयोग होने वाले सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर को इंटरऑपरेबल सुविधा प्रदान करना है।