शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बावजूद निवेशक परेशान हैं
मुंबई। मौजूदा समय में शेयर बाजार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। एक तरफ शेयर बाजार ऊंचे स्तरों पर पहुंच रहा है, वहीं दूसरी तरफ खुदरा निवेशकों की दिलचस्पी घट रही है। ग्राहकों की संख्या के हिसाब से देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म जीरोधा के सीईओ नितिन कामथ ने अपनी राय व्यक्त की कि हालांकि शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच रहा है, लेकिन खुदरा गतिविधियों में कोई उछाल नहीं आया है। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां ब्याज दरें बढ़ी हैं वहीं दूसरी ओर शेयर बाजार में भी इस तेजी के दौर में खुदरा निवेशकों की गतिविधियां बढऩे की कोई संभावना नहीं है।
इस साल शेयर बाजार की शुरुआत धीमी रही। लेकिन शुक्रवार को निफ्टी और सेंसेक्स अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। वैश्विक शेयर बाजार में तेजी का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिख रहा है। नितिन कामथ ने कहा कि खुदरा गतिविधि अभी भी कमजोर है और ब्याज दरों में वृद्धि के कारण निकट भविष्य में शेयर बाजार में खुदरा गतिविधि में तेजी आने की उम्मीद नहीं है।
कामथ ने कहा शेयर बाजार सर्वकालिक उच्च स्तर पर है। लेकिन यह बुल रन की तरह नहीं दिखता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि खुदरा गतिविधि में कोई उछाल नहीं है। यदि आप नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, गूगल और सोशल मीडिया के रुझानों को देखें , वे शेयर सर्वकालिक उच्च स्तर से नीचे हैं।
कम ट्रेडिंग
इसी बीच नितिन कामथ ने भी एक चार्ट शेयर किया है। जून 2022 के बाद शेयर बाजार में खुदरा गतिविधियां कमजोर रहने की बात कही जा रही है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अनुसार, सक्रिय ग्राहकों ने पिछले 12 महीनों में केवल एक या दो बार कारोबार किया है।
शेयर बाजार में कम दिलचस्पी
बैंकों के फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में लोगों को अच्छा इंटरेस्ट मिलने से रिटेल इनवेस्टर्स की शेयर मार्केट में दिलचस्पी खत्म हो गई है। कामथ ने यह भी बताया कि कई लोग बाजार में सुरक्षित निवेश विकल्पों की तलाश में लगे हुए हैं और इससे शेयर बाजार में खुदरा निवेशकों की आवाजाही कम हो गई है।