जशपुर। मूल्य पर धान खरीदी की सीमा बढ़ने पर किसानों में खुशी की लहर दौड़ गई। जशपुर जिले के किसानों ने धान खरीदी की सीमा 15 क्विंटल से बढ़ाकर 20 क्विंटल करने को ऐतिहासिक कदम बताया है। किसानों ने इस फैसले के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति आभार जताया है।
जशपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत आरा के कृषक आशुतोष प्रसाद साय, छत्रपाल सिंह एवं ख्रिश्त जुवेल बड़ा ने किसान हितैषी फैसला कहा है, इसके दूरगामी परिणाम होंगे। किसान आशुतोष प्रसाद ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार वास्तव में किसान हितैषी सरकार है।
कर्ज मांफी, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत बैंक खाते में राशि भुगतान करने से किसान मजबूत हुए हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास 23 एकड़ जमीन है। विगत खरीफ वर्ष में उन्होंने लगभग 300 क्विंटल धान समिति में विक्रय किया है।
हितग्राही ने बताया कि पहले प्रति एकड़ केवल 15 क्विन्टल की दर से धान, समितियों में खरीदा जाता था, किसानों के पास काफी धान बच जाता था, जिसे व्यापारियों के पास बेचने के लिए मजबूर होना पड़ता था।
नये फैसले से प्रति एकड़ 20 क्विन्टल धान किसानों से खरीदी की जाएगी, इससे किसानों को काफी सुविधा होगी साथ ही अधिक धान बेच सकेंगे।
इसी प्रकार सकरडेगा पंचायत के किसान छत्रपाल सिंह ने भी मुख्यमंत्री के इस निर्णय का तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री किसानों की समस्या को गहराई से जानते और समझते हैं।
इसलिए वे किसानों के भलाई के लिए अनेक कल्याणकारी योजना संचालित कर रहे है। सरकार गठन के साथ ही किसानों की कर्ज माफी कर बड़ी राहत दी गई। तत्पश्चात समर्थन मूल्य पर धान खरीदकर कृषकों को उनकी उपज का वास्तविक मूल्य दिलाया।
साथ ही कोदो, कुटकी, रागी जैसे फसलों को भी समर्थन मूल्य पर खरीदी कर किसानों को और अधिक लाभ पहुँचा रहे है। 20 क्विन्टल प्रति एकड़ धान खरीदी होने से अब सभी किसानों को निश्चित ही अधिक लाभ मिलेगा।
कृषक ख्रिश्त जुवेल बड़ा ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ किसान होते है। इस हेतु प्रदेश सरकार किसानों के हितों को लेकर गंभीरता से कार्य कर रही है।
जनहितकारी योजनाओं से किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बना रही है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की सीमा बढ़ाने से छोटे-बड़े सभी किसानों को लाभ होगा।
किसानों के आय में वृद्धि होगी, उनका आर्थिक व सामाजिक विकास होगा।