राहुल गांधी की टीम में निर्णय लेने वाला अंगरक्षक कौन है? आजाद ने लगाया आरोप



नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने करीब पांच दशक बाद पार्टी को विदाई दी है. कांग्रेस से नाता तोडऩे से पहले गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़े किए. उन्होंने दावा किया कि देश की सबसे पुरानी पार्टी अब पूरी तरह नष्ट हो गई है। आजाद ने आरोप लगाया कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर धोखाधड़ी कर रहा है।

इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर अपरिपक्व और बचकाना व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। आजाद ने कहा कि अब सोनिया गांधी नाममात्र की नेता हैं क्योंकि राहुल गांधी के सुरक्षा गार्ड और पीए फैसले लेते हैं. गुलाम नबी आजाद ने अपने त्याग पत्र में उल्लेखित सुरक्षा गार्ड कौन है? राजनीतिक गलियारों में इस तरह की चर्चा शुरू हो गई है। 

इसके अलावा गुलाम नबी आजाद ने राहुल के घेरे के नेताओं पर भी गंभीर सवाल उठाए. आजाद ने आरोप लगाया कि यह सब इसलिए हुआ क्योंकि नेतृत्व ने पिछले आठ वर्षों में एक गैर-गंभीर व्यक्ति को पार्टी पर थोपने की कोशिश की। गैंगस्टरों के संरक्षण में कांग्रेस चलाई जा रही है। राहुल की उस मंडली के सदस्य कौन हैं जिन पर आजाद ने आरोप लगाया है? चलो पता करते हैं।

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