रायपुर,एनपीन्यूज। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ravindra choube ने आज धरसींवा विकासखण्ड के ग्राम पथरी में गौठान का निरीक्षण किया और वहां महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित आय मूलक गतिविधियों एवं उनके द्वारा तैयार किए गए विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री बघेल और कृषि मंत्री चौबे ने महिला समूह के काम काज की सराहना कर उनकी हौसला अफजाई की।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत गौठान का निर्माण ग्रामीण अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूत बनाने एवं स्व-सहायता समूह की महिलाओं और युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए किया जा रहा है, ताकि गांव के लोग स्वावलंबी बन सकें। गौठान आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित हो रहे हैं। यहां संचालित गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीणजन जीवन में एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। ग्रामीणजन आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रहे हैं। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिली है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के स्वप्न दृष्टा स्वर्गीय डॉ. खूबचंद बघेल की पुण्य तिथि के मौके पर आज पथरी में आयोजित पुरखों के सुरता कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर स्वर्गीय डॉ. खूबचंद बघेल को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पथरी गांव के गौठान गए और वहां संचालित गतिविधियों का जायजा लेने के साथ ही गौठान समिति एवं महिला समूहों के सदस्यों से मुलाकात एवं चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए गोबर के दीये, चप्पल, मशरूम के विभिन्न उत्पाद, बेकरी उत्पाद, साबुन, सेनेटाईजर सहित अन्य सभी उत्पादों का अवलोकन किया और उनकी लगन और मेहनत की सराहना की। मुख्यमंत्री बघेल cm bhupesh baghel ने कहा कि स्व सहायता से जुड़ी महिलाओं ने अपने रचनात्मक कार्यों से नई चेतना और स्वावलंबन की अलख जगाई है। स्वसहायता समूहों ने अपने काम काज एवं संव्यवहार से सामाजिक सरोकार को मजबूती दी है। उनका यह प्रयास गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक सार्थक कदम है।
मुख्यमंत्री बघेल ने गौठान में संचालित बकरी पालन, सामुदायिक मुर्गी पालन, मशरूम उत्पादन, वर्मी खाद निर्माण सहित अन्य गतिविधियों का भी अवलोकन किया। उन्होंने गौठान के बाड़ी में सब्जी की खेती का भी मुआयना किया और गौठान परिसर में पीपल का पौधा रोपा।