नई दिल्ली। रिलायंस के ऑनलाइन ग्रोसरी शॉपिंग प्लेटफॉर्म जियोमार्ट ने 200 शहरों से अपनी शुरूआत कर दी है। इसके लिए एक वेबसाइट एचटीटीपीएस://डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.जियोमार्ट.कॉम/ लॉन्च की गई है। जिस पर ग्राहक ऑर्डर दे सकेंगे। जियो मार्ट ने जिन 200 शहरों से आगाज़ किया है, उनमें से 90 शहर पहली बार ऑनलाइन ग्रोसरी शॉपिंग करेंगे। मतलब इससे पहले इन शहरों में ऑनलाइन ग्रोसरी शॉपिंग की कोई ऑनलाइन व्यवस्था नही थी। जियोमार्ट पहली बार इन शहरों में ऑनलाइन ग्रोसरी शॉपिंग ले कर आया है।
जियो मार्ट के अनुसार अमेजन की 110 शहरों में डिलिवरी उपलब्ध है। वहीं बिगबास्केट और फ्लिपकार्ट क्रमश: 30 और 26 शहरों तक ही सीमित हैं। जियो मार्ट ने 200 शहरों में कारोबार की शुरूआत करके रिटेल क्षेत्र में एक बड़े खिलाड़ी के रूप कदम रखा है। देश में जो 90 शहर ऑनलाइन ग्रोसरी शॉपिंग के नक्शे पर उभरे हैं, उनमें पंजाब का कपूरथला, मध्यप्रदेश के गुना और सागर, हरियाणा का पलवल, राजस्थान के नोखा और भिवंडी, पं बंगाल का तामलुक, गुजरात के जूनागढ़ और हिम्मतनगर तथा महाराष्ट्र का बुढ़ाना शामिल हैं। महाराष्ट्र से ही जियोमार्ट ने सबसे पहले मुंबई के पास तीन जगहों नवी मुंबई, कल्याण और ठाणे में अपनी सेवाओं की शुरुआत की थी। पायलट प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद अब इसे देश के बाकी शहरों के लिए भी खोल दिया गया है।
जियोमार्ट जल्द ही अपनी सेवाओं का विस्तार करेगा, जिसमें व्हाट्सएप पर ऑर्डर और नजदीक के किराना स्टोर से डिलिवरी शामिल होगी। फेसबुक के साथ निवेश सौदे की घोषणा करते हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने देश के 12 करोड़ किसानों और तीन करोड़ किराना दुकान मलिकों को जोडऩे की बात की थी। संगठित रिटेल वर्ग में असंगठित किराना स्टोर्स को यह मिश्रण ही जियोमार्ट की विशेषता होगी। लॉन्च के साथ ही जियोमार्ट इस क्षेत्र की अन्य कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा के लिये पूरी तरह तैयार है। जियोमार्ट पर अधिकतर उपलब्ध चीजें दूसरी ऐसे ही प्लेटफॉम्र्स से पांच प्रतिशत सस्ती हैं। ब्रांडेड सामान की कीमते भी कुछ कम रखी गई हैं। इसके अलावा लॉकडाउन के चलते जहां कुछ ऑनलाइन ग्रोसरी प्लेटफॉम्र्स में डिलिवरी में पांच से सात दिनों का वक्त लगा रही हैं, वहीं जियोमार्ट दो दिन के भीतर डिलिवरी का भी भरोसा देता है।
ब्रोकरेज हाउस क्रेडिट सुइस की जियोमार्ट पर जारी रिपोर्ट के अनुसार जियोमार्ट के आने से पूरे देश में ग्राहकों को मौजूदा कंपनियों (बिगबैकेट, ग्रोफ़र्स) के बदले एक उपयोगी विकल्प मिलेगा क्योंकि स्टोर में कम ग्राहक आने से ऑनलाइन किराने के ऑर्डर में बढ़ोतरी हुई है। एक अन्य ब्रोकरेज हाउस सीएलएसए ने रिलायंस के शेयर को 1753.38 रुपए के लक्ष्य के साथ अपनी 'खरीदÓ की सलाह को बरकरार रखा है।
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