जेनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने खतरनाक कोरोना वायरस से निपटने को लेकर कुछ उच्च आय वाले देशों से अपनी बेहतर जानकारी को साझा करने की अपील की है।
डब्ल्यूएचओ ने प्रतिबंध लगाने वाले देशों से ऐसा नहीं करने की अपील को फिर से दोहराते हुए मंगलवार को कहा इससे 'डर और लांछनÓ फैल सकता है। यहां डब्ल्यूएचओ के कार्यकारी बोर्ड की बैठक के 146वें सत्र के बीच, संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयिसस ने घोषणा की कि कोरोना प्रकोप के सभी क्षेत्रों में अनुसंधान प्राथमिकताओं की पहचान करने के लिए एक वैश्विक शोध बैठक अगले सप्ताह बुलाई जाएगी, जिसमें वायरस के स्रोत की पहचान से लेकर टीके और चिकित्सीय उपाय पर चर्चा कर ठोस निदान निकाला जाएगा।श्री टेड्रोस ने कहा,"यह चीन के लिए पहली और सबसे बड़ी आपातकाल है। कोरोना वायरस के 99 प्रतिशत मामले चीन से हैं और 97 प्रतिशत मौतें चीन के हुबेई प्रांत में हुई हैं। श्री टेड्रोस ने आश्वस्त किया कि डब्लूएचओ कोरोना वायरस के प्रकोप के खिलाफ चीन सरकार के साथ मिलकर काम करना जारी रखे हुए है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का एक दल प्रकोप को बेहतर ढंग से समझने और मार्गदर्शन करने के लिए चीन रवाना हो चुका है।
श्री टेड्रोस ने कहा कि सबसे पहले, सभी सदस्य देशों को अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियम (आईएचआर) के तहत अपनी जिम्मेदारियों के हिस्से के तौर पर प्रकोप की विस्तृत जानकारी साझा करने की आवश्यकता है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि कुछ उच्च आय वाले देश अपनी महत्वपूर्ण जानकारी को साझा करने में पीछे हैं।
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