जब भी कोई ऐसा काम करना हो जिसमें बहुत ज्यादा मेहनत हो, स्ट्रेस हो, घर की साफ-सफाई हो या वर्कआउट करना हो...ज्यादातर महिलाएं क्लासिक हाई पोनीटेल या हाई जूड़ा बनाना पसंद करती हैं और इसी में सबसे ज्यादा कंफर्टेबल भी फील करती हैं। बालों को ऊंचा करके बांध लेने से, बाल बार-बार चेहरे पर नहीं आते और आप अपने काम में पूरी तरह से कॉन्सन्ट्रेट कर पाती हैं। लेकिन आपकी यही फेवरिट हेयरस्टाइल आपको नियमित रूप से होने वाले सिरदर्द का कारण भी है। कैसे, यहां जानें...
दरअसल, जब हम बालों में टाइट इलास्टिक वाला रबड़ बैंड लगाकर बालों को ऊंचा करके पोनिटेल या जूड़े के तौर पर बांध लेते हैं तो इसी से हमें सिरदर्द होने लगते है और काम में फोकस करना और भी मुश्किल हो जाता है। आपकी हेयरस्टाइल और हेडएक के बीच कितना संबंध है यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है आपने बाल को कितना ज्यादा टाइट बांधा है। इलास्टिक वाले रबड़ बैंड के जरिए जब आप बाल को खींचकर बांधती हैं तो स्कैल्प पर प्रेशर पड़ता है, हेयर फॉलिकल्स में खिंचाव आता है और इन सारी चीजों की वजह से आपको सिरदर्द होने लगता है। हमारे हेयर फॉलिकल्स में ढेर सारे नव्र्स होते हैं और जब इसमें खिंचाव होता है तो हमें दर्द महसूस होने लगता है।
दरअसल, जब हम बालों में टाइट इलास्टिक वाला रबड़ बैंड लगाकर बालों को ऊंचा करके पोनिटेल या जूड़े के तौर पर बांध लेते हैं तो इसी से हमें सिरदर्द होने लगते है और काम में फोकस करना और भी मुश्किल हो जाता है। आपकी हेयरस्टाइल और हेडएक के बीच कितना संबंध है यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है आपने बाल को कितना ज्यादा टाइट बांधा है। इलास्टिक वाले रबड़ बैंड के जरिए जब आप बाल को खींचकर बांधती हैं तो स्कैल्प पर प्रेशर पड़ता है, हेयर फॉलिकल्स में खिंचाव आता है और इन सारी चीजों की वजह से आपको सिरदर्द होने लगता है। हमारे हेयर फॉलिकल्स में ढेर सारे नव्र्स होते हैं और जब इसमें खिंचाव होता है तो हमें दर्द महसूस होने लगता है।
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